गुठ्ठल सिक्के ..!

sikke

गुठ्ठल से चंद सिक्के
जो आये बाजार में
..बजूद खोजते हैं
कभी इस दुकान में
कभी उस दुकान में
नक्शा भी मिट गया
और दश्तखत भी
चाहे इधर से देखो
चाहे उधर से देखो
लोहे का एक टुकड़ा
चाहे जिधर से देखो

~विनय

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